यातायात प्रहरी
यातायात प्रहरी, सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन में सार्वजनिक सहयोग प्राप्त करने के लिए नियुक्त किए जाते हैं। यातायात प्रहरी के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों इस प्रकार हैं-:
यातायात प्रहरी के कर्तव्य एवं जिम्मेदारियां
यातायात प्रहरी के कर्तव्य और ज़िम्मेदारियाँ निम्नलिखित हैं:-
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स्थानीय और सामान्य यातायात समस्या की बेहतर समझ के लिए यातायात पुलिस और समुदाय के बीच एक सेतु के रूप में सेवा करना।
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यातायात आवागमन एवं सड़क की स्थिति की निगरानी करना।
- अनियमितताओं और कानून के उल्लंघन की रिपोर्ट करना।
- जरूरत पड़ने पर यातायात नियमों में सक्रिय भागीदारी।
- यातायात पुलिस द्वारा विभिन्न यातायात समस्याओं के सुधार के लिए सुझाव देने के लिए समय-समय पर संचार या शैक्षिक ड्राइव में भागीदारी।
- सार्वजनिक और स्कूली बच्चों में सड़क सुरक्षा जागरूकता को लगातार बढ़ावा देना।
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सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को सहायता प्रदान करना।पैदलयात्रियों को सड़क पार करने और पैदल चलने के लिए सुरक्षित रूप से मदद और मार्गदर्शन करना।
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यातायात नियमों का पालन करने के लिए सड़क उपयोगकर्ताओं का मार्गदर्शन करना।
- यातायात नियमों और विनियमों का उल्लंघन रोकना । त्योहारों और अन्य अवसरों पर व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की मदद करना।
- यातायात को विनियमित करने में पुलिस की सहायता करना और जनता में बेहतर यातायात की भावना पैदा करना।
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यातायात वार्डन के पास सप्ताह में कम से कम दो दिन मुख्य क्रॉसिंग पर ट्रैफ़िक को नियंत्रित करने के लिए, 3 घंटे पीक ऑवर्स में पर्याप्त समय देना ,हालाँकि, ज़रूरत पड़ने पर यातायात पुलिस द्वारा उनसे संपर्क किया जाएगा।
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यदि यातायात पुलिस के संबंधित यातायात निरीक्ष् / सहायक पुलिस आयुक्त या यातायात पुलिस के अन्य अधिकारियों द्वारा किसी भी समय किसी भी यातायात वार्डन को अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए पाया जाता है, तो मामले को पुलिस उपायुक्त / यातायात तक रखा जा सकता है और वह बिना पूर्व सुचना के यातायात वार्डन की नियुक्ति को रदद कर सकता है ।
- गंभीर प्रकृति के दुरुपयोग के मामले में इसे कानून के अनुसार निपटा जाएगा।
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स्वैच्छिक सेवा होने के नाते ट्रैफिक वार्डन के पास कोई वैधानिक शक्तियां नहीं होंगी।
- हालाँकि, यातायात उल्लंघन और शर्तों पर उनकी रिपोर्ट को यातायात पुलिस द्वारा माना जाएगा। यातायात वार्डन सड़क की स्थिति में सुधार के लिए उपाय भी सुझा सकते हैं।
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ट्रैफिक वार्डन से अपेक्षा नहीं की जाती है कि वे यातायात नियमों का उल्लंघन करें या ऐसा कोई कार्य करें, जो संस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डाले और झूठी रिपोर्टिंग या अन्य असंगतता से अपने विशेषाधिकारों का शोषण करने से भी बचना चाहिए।
- ट्रैफिक वार्डन को सेवा और समर्पण की भावना से प्रेरित होना चाहिए।
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ट्रैफिक वार्डन अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक संसाधनों का उपयोग करके सड़क सुरक्षा के उददेश्यो को आगे बढ़ाने के लिए स्वेच्छा से बिना बुलावे के भी सेवा कर सकते है ।